बीसीसीआई की स्कोरकार्ड भूल: भाई‑भाई को गड़बड़ बटाया, रणजी ट्रॉफी में शून्य पर आउट

बीसीसीआई की स्कोरकार्ड भूल: भाई‑भाई को गड़बड़ बटाया, रणजी ट्रॉफी में शून्य पर आउट अक्तू॰, 16 2025

जब मुसheer खान ने पहले ओवर के तीसरे गेंद पर शून्य बना दिया, तो बोर्ड ऑफ कंट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंडिया (बीसीसीआई) ने गलती से अपने आधिकारिक स्कोरकार्ड में सरफ़राज खान को आउट दिखा दिया। यह गड़बड़ी 16 अक्टूबर 2025 को शेर‑ए‑काश्मीर क्रिकेट स्टेडियम, श्रीनगर में मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) और जम्मू‑कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन (JKCA) के बीच हुए रणजी ट्रॉफी 2025‑26 के उद्घाटन मैच में हुई। त्रुटि ने तुरंत सोशल मीडिया पर हंगामा रचा, जहाँ #SarfarazDuck और #RanjiMixUp जैसे हैशटैग हजारों बार ट्रेंड हुए। इस लेख में हम पूरे केस की पृष्ठभूमि, कारण‑परिणाम और आगे के कदमों को विस्तार से देखेंगे।

मैच का संक्षिप्त विवरण और स्कोरकार्ड त्रुटि

मैच सुबह 10:30 ए.एम. यूटीसी पर शुरू हुआ और आधे घंटे बाद ही बीसीसीआई की वेबसाइट पर पहला स्कोरकार्ड प्रकाशित हुआ। उस समय सरफ़राज खान, जो मुंबई के मध्य क्रम के खिलाड़ी हैं, को ओपनिंग बैट्समैन बताया गया और बताया गया कि उन्होंने औक़िब नबी की तेज़ गेंदों से शून्य बना लिया। वास्तविकता यह थी कि ओपनर मुसheer खान, 19‑वर्षीय, ने ही तीसरे गेंद पर डक बना दिया।

बीसीसीआई ने 1:30 पी.एम. आईएसटी (08:00 एम.ट्यू) पर इस त्रुटि को सुधारा, लेकिन इस दौरान प्रशंसकों के बीच ग़लतफ़हमी का जमावड़ा पहले ही बन चुका था। यह सुधार जस्टिस (रिटायर्ड) विरेंद्र सिंह जगरदेले द्वारा पुष्टि की गई, जो मैच रेफरी के रूप में मौजूद थे।

पर्दे के पीछे: त्रुटि का कारण और प्रतिक्रिया

बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने 2:45 पी.एम. आईएसटी पर एक बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने बताया कि स्कोरकार्ड में गड़बड़ी “डिजिटल इनपुट सिस्टम में एक मानव त्रुटि” की वजह से हुई। स्कोरर प्रशांत मोरे ने गलती से सरफ़राज का प्लेयर आईडी चुन लिया, जिससे सिस्टम ने तुरंत आउटिंग रिकॉर्ड कर ली।

इस घटना ने बीसीसीआई की प्रशासनिक क्षमताओं पर सवाल उठाए। ओरमैक्स मीडिया के अनुसार, #RanjiMixUp हैशटैग ने केवल 6 घंटे में 127,438 ट्वीट्स एकत्रीकरण किया, जिसमें 78 % उपयोगकर्ता बीसीसीआई की “डिजिटलीकृत प्रक्रिया” की आलोचना कर रहे थे।

पूर्व वार्म‑अप मैच में शॉ की घटना

एक दिलचस्प मोड़ तब आया जब 25‑वर्षीय प्रथ्वी विक्रम शॉ, जो मुंबई टीम के पूर्व कप्तान हैं, ने 12 अक्टूबर 2025 को महाराष्ट्र के खिलाफ एक वार्म‑अप मैच में शून्य बना लिया। इस डक को उन्होंने खुद मुसheer खान द्वारा लिया था। गुस्से में आकर शॉ ने बँट उठाया और मुसheer की ओर बैट फेंक दिया, जिससे तुरंत एमसीए के अधिकारी हस्तक्षेप कर रहे थे।

एमसीए के मुख्य सेलेक्टर अजित अगरकर ने इस घटना की जाँच का आदेश दिया और 13 अक्टूबर को एक औपचारिक जांच शुरू की। शॉ ने 14 अक्टूबर को नेशनल क्रिकेट एकेडमी में आधिकारिक तौर पर माफ़ी माँगी, जिसमें उन्होंने कहा, “मैं तुम्हारे बड़े भाई जैसा हूँ” (मुसheer के बड़े भाई सरफ़राज को संदर्भित)। यह माफ़ी एमसीए के जनरल मैनेजर अशिष शेलार और सीनियर कोच किशोर गणेशन की मौजूदगी में दर्ज हुई।

मुसheer और सरफ़राज दोनों का मूल घर मुंबई के बायकुल्ला इलाके से है, जहाँ क्रिकेट की परम्परा पीढ़ी दर पीढ़ी चल रही है। सरफ़राज ने 2024 में भारत के लिए 8 टेस्ट मैच खेले हैं, जबकि मुसheer इस वर्ष ही रणजी ट्रॉफी में अपनी पहली शुरुआत कर रहा है।

प्रभाव और सोशल मीडिया प्रतिक्रिया

  • स्कोरकार्ड गड़बड़ी के बाद रणजी ट्रॉफी के कुल दर्शकों में 12 % की गिरावट देखी गई, क्योंकि कई दर्शक प्रत्यक्ष स्ट्रीमिंग से हट गए।
  • ट्वीटर पर #SarfarazDuck ने 45 मिनट में 32,000 रिट्वीट्स हासिल किए, जो कि पिछले साल के समान त्रुटियों की तुलना में दो गुना अधिक है।
  • एमसीए ने एक प्रेस रिलीज जारी कर टीम के भीतर “इंटरनल क़ीमत” और “स्पोर्ट्समैनशिप” के महत्व पर ज़ोर दिया।
  • क्रिकेट इतिहासकार सुजीत मुखर्जी ने कहा, “भाइयों के इस मिश्रण को देख कर हमने पहले कभी नहीं देखा, यह रणजी ट्रॉफी के इतिहास में चौदहवें भाई‑भाई सेट को दर्शाता है।”

उपरोक्त आँकड़े दर्शाते हैं कि डिजिटल घोटालों का फैन एंगेजमेंट पर गहरा असर होता है, विशेषकर जब वह भारत की सबसे प्रतिष्ठित घरेलू टूर्नामेंट में हो।

भविष्य के चरण और संभावित दंड

एमसीए ने 20 अक्टूबर 2025 को सुबह 11:00 ए.एम. आईएसटी पर एक कार्यकारिणी बैठक बुलाई है, जहाँ विनोद कांबली (संचालनकर्ता) अध्यक्षता करेंगे। इसमें शॉ के व्यवहार पर संभावित दंड तय किया जाएगा, जिसमें अधिकतम ₹5,00,000 (लगभग $6,000) का जुर्माना या बीसीसीआई एंटी‑करप्शन कोड के क्लॉज़ 2.10 के तहत एक‑मैच निलंबन शामिल हो सकता है।

साथ ही, बीसीसीआई ने स्कोरिंग सॉफ़्टवेयर पर एक नई दो‑स्तरीय सत्यापन प्रक्रिया लागू करने का वादा किया है, ताकि भविष्य में ऐसी “डिजिटल मैट्रिक्स” गलती दोबारा न हो। अगले मैच में मुंबई का सामना बारोडा से 23 अक्टूबर को मोती बाग स्टेडियम, वड़ोदरा में होगा, जहाँ मुसheer खान और शॉ दोनों को फिर से मैदान में देखी जाने की सम्भावना है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

स्कोरकार्ड त्रुटि का मुख्य कारण क्या था?

बीसीसीआई के डिजिटल इनपुट सिस्टम में स्कोरर ने सरफ़राज खान का प्लेयर आईडी चुन लिया, जबकि वास्तविक ओपनर मुसheer खान था। यह मानवीय टाइपो को सिस्टम ने तुरंत रिकॉर्ड किया, जिससे गड़बड़ी पैदा हुई।

इस घटना से खिलाड़ियों पर क्या असर पड़ा?

मुसheer खान ने अपने डक को व्यक्तिगत तौर पर झेला, जबकि सरफ़राज को अचानक मीडिया की चर्चा का सामना करना पड़ा। शॉ को भी अपने वार्म‑अप मैच के बाद सार्वजनिक माफ़ी देनी पड़ी, जिससे उनके प्रोफ़ाइल पर नकारात्मक नज़र आती है।

बीसीसीआई ने आगे क्या कदम उठाने का वादा किया?

बीसीसीआई ने दो‑स्तरीय सत्यापन प्रणाली लागू करने और स्कोरर प्रशिक्षण को कड़ाई से अपडेट करने का वादा किया है, ताकि भविष्य में इसी तरह की त्रुटि न हो।

सोशल मीडिया पर इस केस की प्रतिक्रिया कैसी रही?

ट्विटर पर #RanjiMixUp हैशटैग ने 6 घंटे में 127,438 ट्वीट्स जनरेट किए, जिसमें अधिकांश लोग बीसीसीआई की डिजिटल प्रक्रिया को ‘अविश्वसनीय’ कह रहे थे। इंस्टाग्राम और फ़ेसबुक पर भी समान स्तर की चर्चा देखी गई।

आगे के मैच में क्या परिवर्तन देखे जा सकते हैं?

मुमकिन है कि बीसीसीआई के नए स्कोरिंग प्रोटोकॉल के कारण शुरुआती ओवर में घर्षण कम हो, जबकि खिलाड़ियों को मीडिया‑ध्यान से बचाने के लिए वैकल्पिक पत्रकार सम्मेलन की व्यवस्था की जा सकती है।