नयी दिल्ली। सामाजिक संस्था ‘सोच एवं वैद्यराज आरोग्य फाउन्डेशन’ की ओर से, 22 दिसंबर,2013 को, द्वितीय संवेदना सम्मान,वरिष्ठ साहित्यकार व गज़लकार डा0 कुँवर ‘बेचैन’ जी को नयी दिल्ली आई.टी.ओ. के नजदीक ’हिंदी-भवन’ में आयोजित एक भव्य-समारोह में प्रदान किया गया।यह सम्मान उन्हें वरिष्ठ साहित्यकार श्री बालस्वरुप राही, श्री कृष्ण मित्र, श्री लक्ष्मीशंकर वाजपेयी, श्री मंगल नसीम,श्री प्रवीण शुक्ल,श्री नित्यानंद तुषार, श्री अनिल असीम, श्री चेतन आनंद तथा फिल्मकार व मीडिया-कर्मी श्री प्रदीप जैन,यूनीवार्ता के चेयरमैन श्री विश्वास त्रिपाठी,शिक्षाविद डा0 अल्पना सुहासिनी, डा0 अंजू सुमन, उप-शिक्षा निदेशक श्रीमती वीना टंडन की उपस्थिति में दिया गया। इसके अलावा संस्था की पिछली काव्य-पाठ संगोष्ठी में-श्रेष्ठ काव्य पाठ के लिए-देश के विभिन्न प्रांतों से आये-17 अन्य कवि व कवित्रियों को भी सम्मानित किया गया। श्रेष्ठ काव्य-पाठ के लिए सम्मानित किये गये अन्य कवियों में शामिल थे-अनीता मौर्या, अशोक कुमार कश्यप, अनूप शर्मा,बेबाक जौनपुरी,भुवनेश शर्मा,डेनिस तिवारी, डा0कौशल किसलय, एस.डी.तिवारी, विनोद पाण्डेय,महेन्द्र चतुर्वेदी, गजेन्द्र कौशिक, रुबी अरुण,सरिता दास, विनोद पाराशर, योगेश चौरसिया, योगेन्द्र सुन्द्रियाल व रेनू राय।
इस अवसर पर-उपस्थित साहित्यकारों ने डा0 कुँवर बेचैन के व्यक्तित्व व कृतित्व के संबंध में अपने विचार रखे।डा0 कुँवर बेचैन ने अपने गीत व गज़लों से उपस्थित सभी श्रोताओं को आत्म-विभोर कर दिया। रात्रि 10 बजे तक भी सभागार श्रोताओं से खचा-खच भरा रहा। उन्होंने अपने जीवन से जुडे कई रोचक प्रसंग भी सुनाये-जिनका श्रोताओं ने भरपूर आनंद लिया। श्रेष्ठ काव्य-पाठ के लिए चुने गये उक्त कवियों में से श्रीमती सरिता दास व श्री विनोद पाराशर ने भी इस अवसर पर अपनी कुछ कविताओं का रसास्वादन श्रोताओं को करवाया।कार्यक्रम का कुशल संचालन कवि व व्यंग्यकार श्री अनिल जोशी व गीतकार श्री महेन्द्र चतुर्वेदी ने किया।सोच के अध्यक्ष श्री विनय शील, वैद्यराज के अध्यक्ष-श्री अजयपलाहा-व उनकी पूरी टीम इस सफल आयोजन के लिए बधाई की पात्र है। इस तरह के आयोजनों से हिन्दी-साहित्य की जो सेवा वे कर रहे हैं,अन्य सामाजिक संस्थाओं के लिए भी अनुकरणीय है।
कार्यक्रम की अन्य झलकियाँ