लोकतंत्र के पर्व में ,शामिल होना आज।
दो जनता के राज में ,जनता की आवाज।।
काहे की नाराजगी , काहे करो गुरूर।
वोटिंग दिवस आज है ,डालो वोट जरूर।।
फैसला तुम जो करो ,वोट डालकर आज।
अपने भविष्य का करो सारे शुभ आगाज।।
दुविधा में हो क्यों पड़े लो अपना अधिकार।
वोटिंग करनी आज है करके सोच विचार।।
लोकतंत्र के पर्व में शामिल होना आज।
दो जनता के राज में जनता की आवाज।।
काहे की नाराजगी , काहे करो गुरूर।
वोटिंग दिवस आज है डालो वोट जरूर।।
जो वर्ष हैं गए गुजर करलो आज हिसाब।
योजना पञ्च वर्ष की दे दो आज जवाब।
लेखिका : सरिता भाटिया