चाँदी के रथ पे सवार लिए जीवन नवल
चिर प्रीतम संग चंद्रिका आयी धवल ..............
प्रिय सखी निशा संग
भरती किलकारियाँ
गगन से धरा तक
करती अठखेलियाँ
रूप किशोरी सी चंद्रिका आयी धवल .........
शशि प्रियतम संग
चमचम सितारों वाली
श्याम चुनरिया ओढ़े
धीरे धीरे दबे पाँव
प्रिय सुंदरी सी चंद्रिका आयी धवल ................
दुग्ध अभिसिंचित हये
सभी तरुवर तड़ाग
मुसकुराती बलखाती
ममता से दुलारती
माँ सी चंद्रिका आयी धवल ....................
रागिनी सुनाती राग
कलरव करता विहाग
नीरवता का आवरण
तम बंधनों को तोड़ती
सुर सुंदरी सी चंद्रिका आयी धवल ..................
निशा थक कर जाने लगी
उषा भी आने आने लगी
गीत मिलन के गाने लगी
पुनर्मिलन की अभिलाषा मे
चिर प्रीतम संग चंद्रिका चली धवल ......................
चाँदी के रथ पे सवार लिए जीवन नवल
चिर प्रीतम संग चंद्रिका आयी धवल ..............